गोल्ड लोन YDA GROUP INDIA फाइनेंस डिपार्टमेंट के अंतर्गत एक सिक्योर्ड लोन है जहां लोन की राशि प्राप्त करने के लिए सोने को सिक्योरिटी के तौर पर गिरवी रखा जाता है। गोल्ड लोन का भुगतान हो जाने तक आपका सोना पूर्णता सुरक्षित लॉकर में रखा जाता है। गोल्ड लोन 1 वर्ष से लेकर 3 वर्ष की अवधि तक के लिए इमरजेंसी फंड की तरह बहुत ही कम ब्याज दर पर मिलता है। इसकी आवश्यकता घर की मरम्मत, मेडिकल एमरजैंसी, डाउन पेमेंट, ट्रैवलिंग आदि करने में पड़ सकती है। आप अपने सोने को बहुत कम समय में कभी भी नगद कैश मैं बदल सकते हैं गोल्ड लोन आपके सोने की प्योरिटी और वैल्यू आधार पर मिलता है। किसी भी आपात परिस्थिति में पैसों की आवश्यकता को पूरा करने के लिए गोल्ड लोन सबसे अच्छा विकल्प होता है।
फाइनेंस एक्सपर्ट विशेषज्ञों का कहना है कि आपात स्थिति में गोल्ड लोन लेना पर्सनल लोन लेने से बहुत ही बेहतर विकल्प है क्योंकि पर्सनल लोन का ब्याज दर अधिक होती है जबकि गोल्ड लोन काफी कम ब्याज दर पर आसान प्रोसेसिंग के साथ तुरंत मिल जाता है इसमें अधिक डॉक्यूमेंट या प्रूफ देने की आवश्यकता भी नहीं होती।
गोल्ड वैल्यूएशन प्रोसेस
1) आपके द्वारा सोने की शुद्धता की जांच उसके वजन प्योरिटी और मार्केट वैल्यू के आधार पर किया जाएगा।
2) आपने जिस दिन गोल्ड लोन के लिए आवेदन दिया है उस तारीख को गहनों की मार्केट वैल्यू के आधार पर लोन की राशि तय की जाएगी।
3) सोने के गहने को गिरवी रखते समय इसमें केवल सोने की हिस्से का ही आकलन होगा, गहनों में लगे दूसरे रत्न और पत्थर का वजन लोन की राशि में शामिल नहीं होगा।
4) यदि आप 24 कैरेट गोल्ड के सिक्कों को गिरवी रख कर लोन लेना चाहते हैं तो यह सिक्के बैंक द्वारा जारी होने चाहिए सुनार द्वारा बनाए गए सिक्के लोन राशि हेतु मान्य नहीं है।
गोल्ड लोन के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट
दो पासपोर्ट साइज फोटो
पहचान प्रमाण के लिए आधार कार्ड या पैन कार्ड
एड्रेस प्रूफ के लिए बिजली बिल या टेलीफोन का बिल
गोल्ड लोन के लिए ब्याज दर एवं अतिरिक्त शुल्क
बैंक द्वारा दि गई लोन राशि पर 1.10% प्रतिशत से लेकर 1.45% प्रतिशत तक ब्याज दर।
बैंक द्वारा लोन की रकम पर 2% प्रोसेसिंग फीस जीएसटी सहित।
गोल्ड वैल्यूएशन फीस ₹100 प्रति 10 ग्राम।
नियम व शर्तें
1) यह लोन आपको 1 वर्ष यानी 365 दिन की समयावधि के लिए दिया जाता है, यदि आप लोन चुकाने में नाकाम रहते हैं तो बैंक एवं संस्था आपको एक फॉलोअप रिमाइंडर भेजती है और पेनल्टी के तौर पर लेट पेमेंट फीस लगाती है। जो की ब्याज दर के अलावा 2% वार्षिक लेट फीस होगी।
2) तीन रिमाइंडर के बावजूद यदि आप लोन चुकाने में असमर्थ रहते हैं या लोन को रिन्यूअल नहीं करवाते हैं गिरवी रखे गए आपके गोल्ड पर बैंक व वित्तीय संस्थान अधिकार होगा बैंक उसे अधिकृत रूप से जप्त करके उसकी नीलामी करके अपना बकाया वसूल कर सकेंगे।
3) इससे आपकी क्रेडिट हिस्ट्री और सिबिल स्कोर पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
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